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भोपाल में VIP गाड़ी से MD ड्रग्स तस्कर गिरफ्तार, 100 ग्राम ड्रग्स, क्लब 90 से जुड़ा नेटवर्क
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में क्राइम ब्रांच ने एक सनसनीखेज कार्रवाई में ड्रग्स तस्कर यासीन अहमद उर्फ पिंटू को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई देर रात शाही दरबार के पास फिल्मी अंदाज में की गई, जिसमें पुलिस ने घेराबंदी कर यासीन को धर दबोचा। आरोपी के पास से 100 ग्राम मेफेड्रोन (MD) ड्रग्स, एक पिस्टल, और एक व्हाइट स्कॉर्पियो (नंबर MP04 ZL 0999) बरामद की गई, जिस पर विधानसभा का पास लगा हुआ था। इस गिरफ्तारी ने भोपाल में ड्रग्स तस्करी के एक बड़े नेटवर्क की ओर इशारा किया है, जिसमें कथित तौर पर क्लब 90 जैसे हाई-प्रोफाइल स्थानों पर ड्रग्स की सप्लाई शामिल है। सूत्रों के अनुसार, यासीन से पूछताछ में कई बड़े नाम सामने आ सकते हैं, हालांकि पुलिस और प्रशासन ने इस मामले में फिलहाल चुप्पी साध रखी है। भोपाल क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि यासीन अहमद उर्फ पिंटू, जो एक कुख्यात ड्रग्स तस्कर है, शाही दरबार के पास ड्रग्स की डिलीवरी करने वाला है। सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच ने देर रात घेराबंदी की और यासीन को उसकी व्हाइट स्कॉर्पियो (MP04 ZL 0999) के साथ पकड़ लिया। गिरफ्तारी के दौरान यासीन और पुलिस के बीच हल्की झड़प भी हुई, लेकिन पुलिस ने उसे काबू कर लिया।
जांच में पता चला कि गाड़ी पर विधानसभा का पास लगा हुआ था, जिसने इस मामले को और सनसनीखेज बना दिया। यासीन के पास से 100 ग्राम MD ड्रग्स और एक अवैध पिस्तौल बरामद की गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यासीन 2 अगस्त को होने वाली एक बड़ी ड्रग्स पार्टी के लिए यह MD ड्रग्स जुटा रहा था। सूत्रों के हवाले से खबर है कि यासीन का ताल्लुक भोपाल के हाई-प्रोफाइल क्लब 90 से था, जहां ड्रग्स की अवैध सप्लाई का कारोबार चल रहा था। क्लब 90 भोपाल के युवाओं और हाई-प्रोफाइल लोगों के बीच लोकप्रिय है, और यह आरोप लगाया जा रहा है कि यहां ड्रग्स की सप्लाई बड़े पैमाने पर की जाती थी। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (NHRC) पहले ही भोपाल पुलिस की इस तरह की कार्रवाइयों पर सवाल उठा चुका है, जिसने इस मामले को और जटिल बना दिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यासीन भोपाल में ड्रग्स तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा है, जो जिम, क्लब, और कॉलेज परिसरों में युवाओं को निशाना बनाता है। यह नेटवर्क विशेष रूप से युवा लड़कियों को MD ड्रग्स के जरिए नशे की लत लगाकर उनका शोषण करता था। क्राइम ब्रांच का मानना है कि यासीन की गिरफ्तारी से इस नेटवर्क के कई बड़े चेहरों का पर्दाफाश हो सकता है। Powered By Logo
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कार्रवाई का विवरण: फिल्मी अंदाज में गिरफ्तारी
भोपाल क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि यासीन अहमद उर्फ पिंटू, जो एक कुख्यात ड्रग्स तस्कर है, शाही दरबार के पास ड्रग्स की डिलीवरी करने वाला है। सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच ने देर रात घेराबंदी की और यासीन को उसकी व्हाइट स्कॉर्पियो (MP04 ZL 0999) के साथ पकड़ लिया। गिरफ्तारी के दौरान यासीन और पुलिस के बीच हल्की झड़प भी हुई, लेकिन पुलिस ने उसे काबू कर लिया।
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जांच में पता चला कि गाड़ी पर विधानसभा का पास लगा हुआ था, जिसने इस मामले को और सनसनीखेज बना दिया। यासीन के पास से 100 ग्राम MD ड्रग्स और एक अवैध पिस्तौल बरामद की गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यासीन 2 अगस्त को होने वाली एक बड़ी ड्रग्स पार्टी के लिए यह MD ड्रग्स जुटा रहा था।
क्लब 90 और ड्रग्स नेटवर्क: सनसनीखेज खुलासा
सूत्रों के हवाले से खबर है कि यासीन का ताल्लुक भोपाल के हाई-प्रोफाइल क्लब 90 से था, जहां ड्रग्स की अवैध सप्लाई का कारोबार चल रहा था। क्लब 90 भोपाल के युवाओं और हाई-प्रोफाइल लोगों के बीच लोकप्रिय है, और यह आरोप लगाया जा रहा है कि यहां ड्रग्स की सप्लाई बड़े पैमाने पर की जाती थी। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (NHRC) पहले ही भोपाल पुलिस की इस तरह की कार्रवाइयों पर सवाल उठा चुका है, जिसने इस मामले को और जटिल बना दिया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यासीन भोपाल में ड्रग्स तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा है, जो जिम, क्लब, और कॉलेज परिसरों में युवाओं को निशाना बनाता है। यह नेटवर्क विशेष रूप से युवा लड़कियों को MD ड्रग्स के जरिए नशे की लत लगाकर उनका शोषण करता था। क्राइम ब्रांच का मानना है कि यासीन की गिरफ्तारी से इस नेटवर्क के कई बड़े चेहरों का पर्दाफाश हो सकता है।
बरामद सामग्री और कानूनी कार्रवाई
100 ग्राम MD ड्रग्स: मेफेड्रोन, जिसे आमतौर पर "म्याऊं-म्याऊं" कहा जाता है, एक खतरनाक सिंथेटिक ड्रग है, जो नशे की लत और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है।
अवैध पिस्तौल: यासीन के पास से एक पिस्तौल बरामद हुई, जिसके लाइसेंस की जांच की जा रही है।
व्हाइट स्कॉर्पियो (MP04 ZL 0999): गाड़ी पर विधानसभा का पास लगा था, जिसके कारण इसकी जांच और गहरा दी गई है।
यासीन के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) एक्ट, 1985 की धारा 8/22 और आर्म्स एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने यासीन को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है, और उम्मीद है कि इससे ड्रग्स तस्करी के नेटवर्क के अन्य सदस्यों और उनके संरक्षकों का खुलासा होगा।
ड्रग्स तस्करी का नेटवर्क: भोपाल में बढ़ता खतरा
भोपाल में हाल के महीनों में ड्रग्स तस्करी की घटनाओं में तेजी आई है। 18 जुलाई 2025 को क्राइम ब्रांच ने गोविंदपुरा के टिन शेड सब्जी मंडी के पास सैफुद्दीन (28) और आशु उर्फ शाहरुख (28) को 15.14 ग्राम MD ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया था। इस मामले में सैफुद्दीन पर पहले से 5,000 रुपये का इनाम था।
इसके अलावा, 6 अक्टूबर 2024 को गुजरात एटीएस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने भोपाल के बागरोड़ा इंडस्ट्रियल एस्टेट में एक अवैध ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था, जहां से 907 किलोग्राम मेफेड्रोन (MD) बरामद किया गया, जिसकी कीमत 1,814 करोड़ रुपये थी। यह भारत में अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स बरामदगी में से एक थी।
यासीन की गिरफ्तारी ने एक बार फिर भोपाल में ड्रग्स तस्करी के बढ़ते खतरे को उजागर किया है। सूत्रों के अनुसार, यह नेटवर्क न केवल स्थानीय क्लबों और जिमों में ड्रग्स की सप्लाई करता है, बल्कि डार्क वेब और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे स्नैपचैट और इंस्टाग्राम के जरिए भी ड्रग्स की डिलीवरी करता है।
सियासी विवाद: भाजपा कनेक्शन का आरोप
कांग्रेस ने इस गिरफ्तारी को लेकर सियासी हमला बोला है। एक एक्स पोस्ट में कांग्रेस नेता अर्पित चतुर्वेदी ने दावा किया कि यासीन अहमद और शावर अहमद की कुछ तस्वीरें भाजपा के बड़े नेताओं के साथ वायरल हुई हैं, जिससे ड्रग्स तस्करों और सत्तारूढ़ पार्टी के बीच कथित कनेक्शन का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। हालांकि, इस दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है, और पुलिस ने इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। यह जानकारी असत्यापित है और इसे सावधानी के साथ देखा जाना चाहिए।
यासीन की गिरफ्तारी ने भोपाल में ड्रग्स की बढ़ती समस्या को लेकर सामाजिक और प्रशासनिक स्तर पर हलचल पैदा कर दी है। स्थानीय निवासियों और सामाजिक संगठनों ने मांग की है कि ड्रग्स तस्करी के खिलाफ और सख्त कार्रवाई की जाए। एक स्थानीय निवासी, राकेश शर्मा, ने कहा, "क्लब 90 जैसे जगहों पर ड्रग्स का कारोबार खुलेआम चल रहा है। पुलिस को ऐसे सभी क्लबों पर नजर रखनी चाहिए और युवाओं को बचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाना चाहिए।"
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (NHRC) ने भोपाल पुलिस की कार्रवाइयों पर पहले सवाल उठाए थे, और इस मामले में भी उनकी नजर बनी हुई है। पुलिस अधिकारियों ने फिलहाल इस मामले पर विस्तृत जानकारी साझा करने से परहेज किया है, लेकिन यह संकेत दिया है कि यासीन से पूछताछ में ड्रग्स तस्करी के नेटवर्क के अन्य बड़े खिलाड़ियों का खुलासा हो सकता है।
भोपाल में ड्रग्स के खिलाफ चल रही कार्रवाई
भोपाल में ड्रग्स तस्करी के खिलाफ क्राइम ब्रांच और NCB लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। 2 जुलाई 2025 को क्राइम ब्रांच और NCB ने संयुक्त रूप से एक युवक को LSD ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया था, जो डार्क वेब के जरिए केरल से ड्रग्स मंगवाता था। इसके अलावा, मई 2025 में 10.5 ग्राम MD ड्रग्स के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया गया था।
ये कार्रवाइयां दर्शाती हैं कि भोपाल में ड्रग्स तस्करी का नेटवर्क तेजी से फैल रहा है, और इसमें युवा, खासकर कॉलेज छात्र और जिम जाने वाले लोग, निशाना बन रहे हैं। पुलिस और प्रशासन के सामने चुनौती है कि इस नेटवर्क की जड़ तक पहुंचा जाए और इसे पूरी तरह खत्म किया जाए।